मंगलवार, 13 जुलाई 2021

परिवार

        परिवार


'परिवार'- शब्द या भावना, 

मेरे जीवन की विगत सारी घटना;

मेरा अस्तित्व व  मेरी बुनियाद, 

मर्यादा और बंधनों से बना, 

- मेरा परिवार। 


जन्म से लेकर आज तक , 

परिवार की गरिमा, मैंने केवल 

माँ को संभालते देखा है। 

इस शब्द के विस्तृत अर्थ को, 

मैंने संकुचित होते देखा है। 

भावना से शब्द के इस दौर में , 

मैंने उन्हें समझौते करते देखा है। 


समाज की आधारभूत  इकाई  है-  परिवार। 

मनोवैज्ञानिक सुरक्षा व नैतिकता की राह

दिखाता है -परिवार। 

फिर क्यों अपनी जिम्मेदारी निभाने से डरता है -परिवार। 

असल में सन्युक्त से एकल होने की कहानी है - परिवार। 


                                   ज्योति कुमारी

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